Friday, May 1, 2009

कांग्रेस सरकार की संभावना नगण्य"

तीन चरणों के चुनाव के बाद देशभर से जो ट्रेंड आ रहें हैं उससे साफ हो गया कि कम से कम कांग्रेसनीत सरकार की सम्भावना नगण्य हो गई है। भाजपा महासचिव अरूण जेटली ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पश्चिम बंगाल और केरल को छोड दें तो अधिकांश राज्यों में मतदाता गैर कांग्रेस दल को तरजीह दे रहैं हैं। इसमें बडी पार्टी होने के नाते भाजपा को निश्चित तौर पर लाभ मिल रहा है। दो सौ बहत्तर सीटों का जादुई आंकडा छूने के सवाल पर जेटली का कहना था कि एक यह तय है कि एनडीए सरकार बनाएगा, अब सहयोगी दलों के साथ यह आंकडा पार करता हैं अथवा करीब पहुंचता यह तो आने वाला समय बताएगा। जेटली का कहना था कि मतदाताओं ने यह बदला हुआ रूख विगत दो महीनों की स्थितियों के बाद सामने आया है। देश में मंदी के बावजूद आवश्यक वस्तुओं विशेषकर खाद्य पदार्थो की आसमान छूती कीमतें, बढती बेरोजगारी, वेतन में कटौती, नौकरी से छंटनी के समय जब प्रधानमंत्री कहते हैं कि बेहतर समय आयगा, नौकरियां बढेंगी और लाभ के अवसर भी तो यह मजाक नहीं तो और क्या है।जेटली ने कहा कि दिल्ली के मतदाताओं के ये मसले झकझोरेंगे। इसके अलावा आंध्र में कांग्रेस का घाटा और यूपी में भाजपा को ये ऎसे तथ्य हैं जो पूरे परिदृश्य को बगलने के लिए काफी हैं। जेटली ने यह भाजपा और कांग्रेस के सहयोग के बिना तीसरे मोर्चे के सरकार के कोई आसार नहीं हैं। उन्होंने चुनाव पश्चात बसपा से तालमेल की सम्भावना से इनकार किया।

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