Monday, June 15, 2009

ढांचागत विकास पर जोर

वर्ष 2010 में होने वाले राष्ट्रमण्डल खेल को देखते हुए दिल्ली सरकार चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सुधार लाने और एमआरटीएस के विस्तार के जरिए ढांचागत विकास पर जोर देगी। दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र का आगाज करते हुए उपराज्यपाल तेजेन्द्र खन्ना ने अपने अभिभाषण में राज्य सरकार की प्राथमिकताएं गिनाते हुए कहा कि एमआरटीएस परियोजना के दूसरे चरण के अंतर्गत मेट्रो की करीब 120 किलोमीटर लाइन राष्ट्रमंडल खेलों से पहले तैयार कर ली जाएगी ताकि पडोसी राज्यों के साथ भी बेहतर संपर्क सुनिश्चित किया जा सके। इसकी कुल लंबाई 185 किलोमीटर हो जाएगी।चरणबद्ध तरीके से हटेंगी ब्लू लाइन बसेंउन्होंने बताया कि राष्ट्रमंडल खेल के लिए समय पर 3800 नई बसें खरीदने का प्रस्ताव है। इनमें लो फ्लोर और सेमी लो फ्लोर दोनों तरह की बसें शामिल होंगी। वातानुकूलित बसों की संख्या बढाई जाएगी। दिल्ली के लोगों की जरूरतें पूरी करने के लए बसों के बेडे को बढाकर 6600 पर पहुंचाने की योजना है। मौजूदा अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनलों पर भीड कम करने के उद्देश्य से द्वारका और नरेला में दो नए आईएसबीटी विकसित करने का प्रस्ताव है। कश्मीरी गेट, सराय काले खां और आनंद विहार स्थित मौजूदा अंतरराष्ट्रीय बस टर्मिनलों का भी आधुनिकीकरण किया जाएगा। इसके साथ ब्लू लाइन बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का काम शीघ्र शुरू हो जाएगा।स्वास्थ्य क्षेत्र की चर्चा करते हुए उपराज्यपाल चालू वित्त वर्ष 2009-10 के दौरान छह ऎलोपैथिक, चार आयुर्वेदिक, पांच होम्योपैथिक और एक युनानी औषधालय खोला जाएगा। द्वारका में 750 बिस्तरों वाले शिक्षण अस्पताल और कोकिवाला में 200 बिस्तर के अस्पताल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है।बिजली की कमी होगी दूरराजधानी में बिजली की मांग पूरी करने के लिए झज्ार में इंदिरा गांधी सुपर थर्मला पॉवर नामक इस परियोजना के तहत 1500 मेगावाट क्षमता के कोयला आधारित बिजली घर की स्थापना की जा रही है। बामनौली में प्रगति दो बिजली परियोजना और बवाना में प्रगति तीन बिजली परियोजना का निर्माण कार्य अलग-अलग चरणों में है। ये दोनों गैस आधारित बिजली परियोजनाएं हैं और उनके पूरा होने पर 2250 मेगावाट बिजली उपलब्ध होगी।

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