Wednesday, June 24, 2009

बेहतर आशियाना चाहते हैं नए सांसद

पंद्रहवीं लोकसभा के लिए चुन कर आए साढ़े तीन सौ से अधिक नए सदस्य अपने लिए सुंदर आशियानों का इंतजार कर रहे हैं। सदन की आवास समिति इनके लिए राष्ट्रीय राजधानी के लुटियन जोन में इंतजाम करने में लगी है। अगले हफ्ता-दस दिन में इन नए सदस्यों को मकान आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। लोकसभा की आवास समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि नए सदस्यों को हफ्ता दस दिन में मकान आवंटित करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। आवास समिति की सोमवार को पहली बैठक हुई थी जिसमें सदस्यों को मकान आवंटित करने के बारे में पात्रता तय की गई। लोकसभा सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक पंद्रहवीं लोकसभा में तकरीबन 365 नए सदस्य चुनकर आए हैं। इनमें से 43 या तो मंत्री बन गए हैं या पहले से राज्यसभा सदस्य रहे हैं और राज्यसभा की ओर से आवंटित मकान में रह रहे हैं। बाकी बचे 323 सदस्यों को मकान आवंटित किया जाना है। सूत्रों ने कहा कि पूर्व सदस्यों को 17 जून तक मकान खाली करने का नोटिस दिया गया था। अनेक पूर्व सदस्यों ने मकान खाली कर दिए हैं और बाकी लोग मकान खाली करने की प्रक्रिया में हैं। चुनाव जीतकर आए नए सदस्यों को लोकसभा की ओर से राज्यों के अतिथि गृहों और होटलों में अस्थाई रूप से ठहराया गया है। सदस्यों को मकान आवंटित करने का काम लोकसभा की आवास समिति देखती है। 15वीं लोकसभा के पहले सत्र के समापन के दिन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार द्वारा 12 सदस्यीय आवास समिति का गठन किया गया और दिल्ली से चुनकर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जय प्रकाश अग्रवाल को इसका अध्यक्ष बनाया गया है। आमतौर पर आवास समिति द्वारा आवंटन का जो मानदंड अपनाया जाता है उसके मुताबिक पूर्व केन्द्रीय मंत्री, लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व राज्यपाल और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री में से कोई दो पदों पर रहे सदस्यों को टाइप-आठ श्रेणी के बंगले आवंटित होते हैं। इसी प्रकार पूर्व केंद्रीय मंत्री, पूर्व अध्यक्ष लोकसभा, पूर्व राज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री और पांच बार या इससे ज्यादा समय तक सांसद रहे सदस्यों को टाइप-सात के बंगले आवंटित होते हैं। राज्यों के पूर्व उप मुख्यमंत्री, राज्य सभा के पूर्व उपसभापति, लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष, चार बार सांसद रहे, केन्द्र में राज्य मंत्री रहे, राज्य विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष, राज्य में कैबिनेट मंत्री रहे, तीन बार से सांसद रहे और सदन में कम कम से दस सदस्यों वाले राष्ट्रीय दलों के नेता को टाइप-पांच या छह के बंगले अथवा एमएस फ्लैट आवंटित किए जाते हैं। पहली बार चुन कर आए लोकसभा सदस्यों को साउथ एवेन्यू, नार्थ एवन्यू या मीना बाग में फ्लैट मिलता है। लोकसभा के 543 निर्वाचित सदस्यों में से सदस्यों को मकान आवंटित करने का काम लोकसभा की आवास समिति देखती है जबकि मंत्रियों को बंगले केन्द्रीय पूल से संपदा निदेशालय द्वारा आवंटित किए जाते हैं।

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