Saturday, June 20, 2009

नेता नहीं, कार्यकर्ता के रूप में चाहता हूं सम्मान

उदयपुर गांधी ग्राउण्ड में जनसभा को संबोधित करते हुए डा. सी. पी. जोशी ने खुले मन से कहा कि मैं नेता नहीं, कार्यकर्ता के रूप में अपना सम्मान चाहता हूं ।डा. जोशी ने कहा कि आज मेरा सम्मान अधूरा है तथा यह सम्मान पूरा तब होगा जब पंचायती राज व पालिका चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को विजय बनाकर उनका इसी ग्राउण्ड में सम्मान समारोह आयोजित होगा।सी. पी. जोशी ने कहा कि सम्मान किसी व्यक्ति का नहीं होता, सम्मान तो कार्यकर्ता का होता है। कार्यकर्ता को सर्वोपरी बताते हुए उन्होंने कहा कि व्यक्ति विधायक, मंत्री-संत्री बन जाए यह बड़ी बात नहीं है, मगर अच्छा कार्यकर्ता बनना कठिन काम है।जोशी ने कार्यकर्ता के सम्मान को कभी कम नहीं होने देने का वादा करते हुए कहा कि सभी एकजुट होकर पार्टी को और मजबूत बनाने का प्रयास जारी रखे ।सोनिया गांधी के त्याग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी प्रधानमंत्री पद का त्याग कर मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री नहीं बनाती तो हम दुबारा चुनाव नहीं जीत पाते । इसलिए सभी को ध्यान रखना चाहिए सफलता का मूलमंत्र त्याग है ।स्वागत में उमड़ा कार्यकर्ताओं का रैलाउदयपुर । केन्द्रीय केबिनेट मंत्री बनने के बाद शनिवार को प्रथम बार उदयपुर आगमन पर डा. सी. पी. जोशी के स्वागत में मानो कार्यकर्ताओं के उत्साह का ज्वार उमड़ पड़ा हो ।केन्द्रीय केबिनेट मंत्री बन प्रदेश व खासकर मेवाड़ का नाम रोशन करने वाले डा. सी. पी. जोशी के आज मेवाड़ की धरा (उदयपुर) पर कदम रखते ही गर्मजोशी से उनके स्वागत का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ जो रूकने का नाम नहीं ले रहा था तेजतर्रार एवं कार्यकर्ता की भावना को सिर आंखों पर रखने वाले डा. सी. पी. जोशी के स्वागत के रूप में कार्यकर्ताओं ने यह दिखा दिया कि जो कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करेगा उसे कार्यकर्ता भी अपने माथे का सिरमोर बनाये रखने में कहीं पीछे नहीं रहेगा।डा. जोशी के स्वागत के लिए इस कदर कार्यकर्ताओं का सैलाब उमड़ पड़ा कि जहां-जहां से जोशी का स्वागत जुलूस निकला वहां-वहां लोग सोचने को मजबूर हो गए कि यह स्वागत जुलृस है जा जन रैला । इस रैले में शामिल कार्यकर्ताओं को न तो कहीं तपती धूप की चिन्ता थी नही प्यास थी । यदि कुछ याद था तो वह सिर्फ और सिर्फ मेवाड़ के नेता का स्वागत ।इस अभूतपूर्व स्वागत ने डा. सी. पी. जोशी के कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बन पहली बार उदयपुर आगमन पर हुए स्वागत को भी फीका कर दिया।

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