में पिछले कुछ दिनों से चल रही अंदरूनी कलह और पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद के इस्तीफे के बाद अब अरूण जेटली ने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। जेटली इस समय विदेश दौरे पर हैं।भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी में ''एक व्यक्ति एक पद'' सिद्धान्त के अनुसार जेटली ने महासचिव पद से इस्तीफा दिया है लेकिन अब यह बात सार्वजनिक हो चुकी है कि चुनाव रणनीति और अभियान प्रबंधन समिति के मुखिया होने के नाते हार के लिये जेटली को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जसवंत ङ्क्षसह के बाद यशवंत सिन्हा ने भी हार की जिम्मेवारी तय करने की मांग की है उन्होंने इस बात पर भी आपत्ति व्यक्त की कि जो चुनाव में हार के लिये जिम्मेवार माने जा रहे है उन्हें राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में पद पुरस्कृत किया जा रहा है।पार्टी की अगले सप्ताह होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चुनाव में हार की समीक्षा के साथ साथ सिन्हा द्वारा पार्टी में व्यापक फेरबदल करने के उद्देश्य से ''कामराज योजना'' को लागू करने की मांग पर भी विचार होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ ङ्क्षसह का कार्यकाल दिसम्बर में समाप्त होने जा रहा है और इस सप्ताह में होने वाली कार्यकारिणी की बैठक में घमासान होने की पूरी संभावना जताई जा रही है।जेटली के राज्यसभा में विपक्ष के नेता बनने के फैसले के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष को पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा सौंपा।अगले सप्ताह पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक २०-२१ जून को हो रही है जिसमें चुनाव में पार्टी की हार की समीक्षा के साथ-साथ पार्टी के संगठनात्मक मसलों पर भी विचार विमर्श किया जायेगा।
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