तमिलनाडु के मुख्यमंत्री डॉ. एम. करूणानिधि ने रविवार को घोषणा की कि तमिल फिल्म उद्योग को मनोरंजन कर में दी जाने वाली छूट आगे भी जारी रहेगी। अपने उपन्यास "सुरूलीमलै" पर आधारित फिल्म "नी इंड्री नान इल्लै" के लांच के अवसर पर उन्होंने कहा कि मनोरंजन कर में छूट दिए जाने की वजह से 50 करोड़ रूपए की वाçष्ाüक आय कम हो जाने के बावजूद फिल्म उद्योग के हित को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार इस छूट को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उल्लेखनीय है कि हाल ही मनोरंजन कर में छूट देने के निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील करते हुए स्थानीय निकायों के प्रतिनिघियों ने मुख्यमंत्री करूणानिघि से मुलाकात की थी क्योंकि सरकार के इस फैसले से उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उनकी इस अपील पर गौर करने के लिए राज्य सरकार ने एक समिति का गठन भी किया था। इसी बीच, लोकसभा चुनावों के दौरान कुछ फिल्म निर्देशकों ने द्रमुक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। रविवार को कॉलिवुड को करमुक्त ही रखने की घोषणा के साथ-साथ उन सभी फिल्म निर्माताओं के द्रमुक विरोधी बयानों का जवाब देते हुए करूणानिघि ने कहा कि उन्हें किसी के बयान से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन उन्हें विश्वास है कि उनकी सरकार के खिलाफ खड़े होने वाले निर्देशक भी जल्द ही उनके पास आएंगे। "नी इंड्री नान इल्लै" फिल्म की कहानी, पटकथा और संवाद खुद करूणानिघि ने लिखी हैं जबकि इलवेनिल के निर्देशन में बनी इस फिल्म का निर्माण अरूमुगनेरी मुरूगेशन ने किया है। मुरूगेशन ने कहा कि उनकी पिछली फिल्म "उलियन ओसै" की तरह इस फिल्म से होने वाली आय भी वे नाडिगर संगम के गरीब वरिष्ठ कलाकारों को समर्पित कर देंगे। समारोह में अभिनेता कमल हसन, वरिष्ठ अदाकारा मनोरमा, निर्माता एवीएम सरवणन, एफईएफएसआई अध्यक्ष वी.सी. गुगनाथन और अभिनेता विवेक भी उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment