दिल्ली में पीने योग्य पानी की भीषण कमी के कारण चारों ओर हाहाकार मचा हुआ है। एक तिहाई भाग में पानी नहीं आ रहा है। अघिकांश जनता पानी के लिए टैंकरों पर निर्भर है। जो भी पानी दिया जा रहा है, वह दूषित होने के कारण बीमारी का कारण बन रहा है। भाजपा विधायक दल के नेता प्रो. विजयकुमार मल्होत्रा के नेतृत्व में प्रतिनिघिमंडल ने इस संबंध में मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को ज्ञापन सौंपकर पीने के पानी की अविलम्ब व्यवस्था करने की मांग उठाई। मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली की पचास लाख से अघिक आबादी अनघिकृत बस्तियों में और लगभग 25 लाख लोग झुग्गी झोपडियों में रह रहे हैं। दिल्ली को प्रतिदिन 950 एमजीडी से एक हजार एजीडी पानी की आवश्यकता है। परन्तु पानी की वर्तमान आपूर्ति मात्र 650-700 एमजीडी है। इस प्रकार पीने योग्य पानी की मांग और आपूर्ति में तीन सौ एमजीडी का अंतर है। यही नहीं आपूर्ति किए जाने वाले पानी का चालीस प्रतिशत लीकेज में चला जाता है।
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