विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष राज्य सरकार को घेरने की रणनीति पर चलेगा। इस बार राज्य की विधि व्यवस्था और विशेष राज्य के मसले पर विपक्षी विधायक कहीं अधिक मुखर होंगे।आगामी शुक्रवार से बुलाए गए विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दल लूट, हत्या, अपहरण जैसी बढ़ रही आपराधिक घटनाओं पर सरकार को घेरेंगे। मुख्य विपक्षी दल राजद के मुख्य सचेतक रामचंद्र पूर्वे ने बताया कि इस बार कानून व्यवस्था की बिगड़ी हुई स्थिति पर सरकार बुरी तरह घिर जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार के कामकाज की पारदर्शिता भी अहम मुद्दा है। तीन वर्षो के कार्यकाल में कई आयोग बने, लेकिन किसी भी आयोग की रिपोर्ट विधानसभा में नहीं रखी गई। नवनियुक्त शिक्षकों के मुद्दे को भी विपक्ष विधानसभा में उठाएगा।कांग्रेस विधायक दल नेता अशोक कुमार कहते हैं कि पार्टी के विधायक सूबे को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग पर सरकार की नीयत का खुलासा करेंगे। सूबे की सरकार इस मसले पर राजनीति कर रही है। लोजपा ने भी सूबे में बढ़े अपराध को विधानमंडल के आगामी सत्र में प्रमुखता से उठाने का मन बनाया है। लोजपा विधायक दल नेता महेश्वर सिंह के मुताबिक सरकार इस मुद्दे पर बुरी तरह घिरी है। इधर, वामपंथी दल बीपीएल सूची में गड़बड़ी तथा क्रय केन्द्रों पर किसानों की उपेक्षा को मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं। भाकपा (माले) के राज्य सचिव नन्दकिशोर प्रसाद ने बताया कि सरकार इन सुझावों का जवाब दे पाने में नाकाम रहेगी।
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