कर्नाटक मंत्रिमण्डल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल गुरूवार को होगा। इस दिन सुबह 9.15 बजे राज्यपाल रामेश्वर ठाकुर राजभवन में सादे समारोह में वी.सोमण्णा को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। पूर्व मंत्री व गोविन्दराज विधानसभा सीट से त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल हुए सोमण्णा को फिलहाल आवास विभाग के साथ ही चामराजनगर जिला प्रभारी मंत्री का अतिरिक्त कार्यभार दिया जाएगा, जबकि देवस्थान विभाग का प्रभार मुख्यमंत्री अपने पास ही रखेंगे। देवस्थान व आवास मंत्री कृष्णय्या शेट्टी ने मंत्री पद से त्यागपत्र दे चुके हैं। फिलहाल सोमण्णा विधानमंडल के किसी भी सदन के सदस्य नहीं है, लेकिन उनको केबिनेट मंत्री बनाया जाएगा। बाद में विधानपरिषद की किसी सीट से जिताकर विधानमंडल की सदस्यता दिलाई जाएगी।इस बीच, मुख्यमंत्री बी.एस. येडि्डयूरप्पा ने बुधवार को बेलगाम रवाना होने से पहले अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत में गुरूवार को मंत्रिमंडल में फेरबदल की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि पुनर्गठन केवल सोमण्णा के केबिनेट स्तर के मंत्री पद की शपथ लेने तक ही सीमित रहेगा। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमण्णा को शामिल करने के अलावा मंत्रिमंडलीय सदस्यों के विभागों में किसी तरह का फेरबदल नहीं किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में अगला बड़ा फेरबदल 9 जुलाई से शुरू होने वाले राज्य विधानमंडल के सत्र के बाद किया जाएगा।बताया जाता है कि मुख्यमंत्री विधानसभा अध्यक्ष जगदीश शेट्टर को भी मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहते हैं। अगले पुनर्गठन के दौरान शेट्टर के अलावा आनेकल के विधायक नारायणस्वामी, सी.टी.रवि तथा मैसूर से विधायक शंकरलिंगे गौड़ा या ए.रामदास में से किसी एक को मंत्रिमंडल में शामिल करने की प्रबल संभावना है। सोमण्णा के लिए मंत्री पद छोड़ने वाले कृष्णय्या शेट्टी को कर्नाटक शहरी जलापूर्ति व मल निकासी बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। बोर्ड के अध्यक्ष वर्तूर प्रकाश थे, जिन्हें हटा दिया गया है। पिछले एक साल के दौरान मुख्यमंत्री पांचवीं बार मंत्रिमंडल में फेरबदल करने जा रहे हैं। येडि्डयूरप्पा ने कहा कि अगले साल से भाजपा सरकार की उपलब्धियों के बारे में विकास संकल्प कार्यक्रम सभी जिला मुख्यालयों पर करने का निर्णय किया है। हुबली में मंगलवार को आयोजित विकास संकल्प कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष शेट्टर की गैर मौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में शेट्टर को आमंत्रित नहीं करके अधिकारियों ने शिष्टाचार का उल्लंघन किया है। इसी कारण शेट्टर ने सम्मेलन में भाग नहीं लिया। इस गलती के बारे में उन्होंने शेट्टर से बातचीत कर सब कुछ समझा दिया है।
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