Thursday, June 4, 2009

महिला आरक्षण बिल कांग्रेस के एजेंडे पर सबसे ऊपर

देश के सर्वोच्च पद यानी राष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष पद पर किसी महिला को बिठाने के बाद अब महिला आरक्षण बिल कांग्रेस के एजेंडे पर सबसे ऊपर है। कानून मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने बुधवार को कहा कि संप्रग सरकार लंबे समय से लटके महिला आरक्षण बिल को जल्द अमलीजामा पहनाएगी। लेकिन, समाजवादी पार्टी अब भी इस विधेयक को उसके मौजूदा स्वरूप में स्वीकार करने को राजी नहीं है। मोइली ने विधेयक पर सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा, जहां तक हमारी पार्टी और सरकार का सवाल है, हमारी कोशिश होगी कि विधेयक जल्द आए। यह हमारे एजेंडे पर सबसे ऊपर है। अब इस पर कार्य मंत्रणा समिति को फैसला लेना है। यह पूछने पर कि इस संबंध में संविधान संशोधन विधेयक तत्काल लाया जाएगा या अगले महीने बजट सत्र के दौरान, मोइली ने कहा कि गुरुवार को राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के अभिभाषण में इसका जिक्र हो सकता है। मोइली से जब यह पूछा गया कि राजद और सपा सरीखे दल अब भी विधेयक का विरोध कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, इस पर काफी विचार-विमर्श हो चुका है। मेरा मानना है कि अब इस विधेयक को अमलीजामा पहनाया जाना चाहिए। कांग्रेस प्रवक्ता जयंती नटराजन ने भी कहा कि पार्टी महिला आरक्षण विधेयक को उसके मूल स्वरूप में ही पारित कराएगी। उन्होंने कहा, कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में महिला आरक्षण विधेयक पारित कराने की बात की थी। विधेयक को संसद के दोनों सदनों में जल्द से जल्द पारित कराने के प्रयास किए जाएंगे।

No comments: