Wednesday, June 3, 2009

इतिहास रच दिया मीरा कुमार ने

नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री मीरा कुमार ने आज देश की पहली महिला स्पीकर बनकर इतिहास रच दिया। सदन में सुबह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मीरा कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा और फिर सदन के नेता एवं वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने इसका समर्थन किया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने इसका समर्थन किया। मीरा कुमार के लोकसभाध्यक्ष चुने जाने के बाद सदन के सभी सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका अभिनंदन किया।बिहार के सासाराम से सांसद मीरा कुमार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी मीरा कुमार को अध्यक्ष की कुर्सी तक लेकर आए। स्पीकर निर्वाचित होने के बाद मीरा कुमार ने औपचारिक तौर पर अध्यक्ष का कार्यभार संभालते हुए सदन की कार्यवाही शुरू की। जीवन परिचय:पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वर्गीय जगजीवन राम की बेटी मीरा कुमार अपने पिता के अधूरे सपने और संकल्प को पूरा करने के लिए भारतीय विदेश सेवा की नौकरी छोडकर राजनीति में आई। भारतीय राजनीति को लंबे समय तक प्रभावित करने वाले बाबू जगजीवन राम के घर में पली-बढी मीरा कुमार कांग्रेस के टिकट पर पहली बार 1985 में उत्तर प्रदेश के बिजनौर लोकसभा क्षेत्र से उप चुनाव लडी थी और तब उन्होंने सुश्री मायावती और रामविलास पासवान को पराजित कर राजनीति में धमाकेदार शुरूआत की थी। 31 मार्च 1945 को जन्मी मीरा कुमार की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के महारानी गायत्री देवी स्कूल में हुई। उन्होंने 1968 में दिल्ली विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में पीजी की डिग्री ली। वर्ष 1971 में वह विदेश सेवा में गई। मीरा कुमार पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के प्रयास से 1990 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव बनीं। वह 1996 में दिल्ली के करोलबाग से सांसद चुनी गई। मीरा कुमार वर्ष 1968 में बिहार की पहली महिला कैबिनेट मंत्री सुमित्रा देवी के बडे पुत्र मंजुल कुमार से परिणय सूत्र में बंधी। मीरा कुमार बिहार से पहली बार 2004 के लोकसभा चुनाव में सासाराम सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुनी गई। इसके बाद इसी क्षेत्र से दोबारा कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीत कर सांसद बनी हैं। इस सीट से उनके पिता बाबू जगजीवन राम 1952 से लेकर 1984 तक लोकसभा चुनावों में विजयी रहे थे। मीरा कुमार पिछली सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थी और उन्हें मनमोहन की दूसरी पारी में भी कैबिनेट मंत्री बनाया गय था।pta

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