Thursday, June 4, 2009

युवाओं को ज्यादा तरजीह

हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों में अनपेक्षित हार के बाद भारतीय जनता पार्टी ने अपने संसदीय दल में युवाओं को ज्यादा तरजीह देकर एक नयी जान डालने की कोशिश की है।संसदीय दल के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज यहां पार्टी संगठन में दूसरी पंक्ति की प्रमुख नेता सुषमा स्वराज को लोकसभा में उपनेता नियुक्त किया है जो मध्यप्रदेश के विदिशा संसदीय क्षेत्र से चुनी गई है।आडवाणी लोकसभा में विपक्ष के नेता है तो आगे भविष्य में उनके बाद अब यह दायित्व श्रीमती स्वराज के संभालने की चर्चा है। पिछली १४वीं लोकसभा में विजयकुमार मल्होत्रा उपनेता की जिम्मेवारी संभालते थे।आडवाणी ने राज्यसभा में पार्टी के नेता जसवंत ङ्क्षसह के स्थान पर इस चुनाव में मुख्य प्रबंधक और रणनीतिकार रहे पार्टी महासचिव अरूण जेटली को नेता बनाया है। इस पद को लेकर पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एम वेंकैया नायडु और जेटली के बीच बड़ी जद्दोजहद चल रही थी। सूत्रों का मानना है कि बड़े मान मनौव्वल के बाद जेटली राज्यसभा में नेता बनने के लिये तैयार हो गये है और इसी के साथ सदन में विपक्ष के नेता पद की जिम्मेवारी भी संभालेंगे।साथ ही राज्यसभा में जेटली के अलावा एस एस आहलुवालिया को सदन में उपनेता तथा मध्यप्रदेश की सांसद श्रीमती माया ङ्क्षसह पार्टी की मुख्य सचेतक होंगी।संसदीय दल के व्यापक फेरबदल इसलिये जरूरी हो गये थे कि राज्यसभा में वरिष्ठ सांसद राजनाथ ङ्क्षसह, जसवंत ङ्क्षसह, डा. मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, यशवंत सिन्हा लोकसभा के लिये चुने गये है। इस चुनाव में पार्टी की अनपेक्षित हार के बाद समूचे संघ परिवार से यह मांग जोरो से उठने लगी कि भाजपा नेतृत्व में युवा मन को समझाने वाला नेतृत्व उभारा जाना चाहिये। इस तरह की मांग संघ परिवार के मुखपत्रों में भी प्रकाशित हुई है।

No comments: